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इस विधि में किसी समस्या के अध्ययन के लिए एक प्रश्नावली तैयार की जाती है । इसमें किसी समस्या के कारण के कई विकल्प सुझाये जाते हैं और प्रयोज्य ठीक विकल्प देने का प्रयास करते हैं । इसके पश्चात् समस्त उत्तरों के आधार पर निष्कर्ष निकाला जाता है । कभी - कभी एक ही प्रश्नावली के उत्तर बालकों और उनके अभिभावकों दोनों से ही पूछे जाते है ताकि अधिक शुद्धता आ सके ।
उदाहरणार्थ , व्यक्तित्व सम्बन्धी गुणों , रुचियों , अभि रुचियों , मनोबल , आदि के विषय में दोनों ही से प्रश्न पूछे जा सकते हैं । प्रश्नावली तैयार करने में यह ध्यान रखना अपेक्षित है कि ( A ) प्रश्न लम्बे व कठिन न हों , ( B ) प्रश्न स्पष्ट और सरस हों , और ( C ) प्रश्न ध्यान आकर्षित करने वाले हों । प्रश्नावली कई तरीकों की हो सकती है और समस्या पर आधारित होती है । फिर भी प्रतिबन्धित और अप्रतिबन्धित ( Open and closed) प्रश्नावली हो सकती हैं । प्रतिबन्धित प्रश्नावली में बालक कुछ भी उत्तर देने के लिए स्वतन्त्र नहीं होता है । उसमे दो या तीन उत्तर दिये होते हैं और उनमे से एक पर चिह्न लगाना होता है।
जैसे आप कौन सा खेल पसन्द करते हैं -
1)हाकी
2)कबड्डी
3) क्रिकेट
किन्तु अप्रतिबन्धित प्रश्नावली में बालक कुछ भी उत्तर दे सकता है , जैसे आपको घर में कौन अधिक प्यार करता है या अनुशासनहीनता के क्या - क्या कारण है ?
इसके अतिरिक्त चित्र प्रश्नावली भी होती है । इसके माध्यम से बालक की रुचि और मनोवृत्ति का पता लगाया जाता है । यह विधि साक्षात्कार विधि से अधिक सस्ती और वैज्ञानिक है ।
फिर भी निम्नलिखित गुण - दोष है :
गुण-
(1) इस विधि का उपयोग वहां अधिक है जहाँ व्यक्तिगत सम्बन्ध स्थापित करना संख्या के आधिक्य के कारण कठिन हो ।
(2) इसके द्वारा उन्हीं प्रयोज्य व्यक्तियों से पुनः प्रश्न पूछे जा सकते हैं ।
दोष -
( 1 ) उत्तर की विश्वसनीयता की जाँच का साधन अध्ययनकर्ता के पास नहीं होता है ।
( 2 ) इसका प्रयोग प्रायः शिक्षित व्यक्तियों के बीच अधिक सफल होता है ।
( 3 ) सामान्य रूप के यह खर्चीली विधि है । छोटी प्रश्नावली के उत्तर तो पूर्ण रूप से प्राप्त हो जाते हैं लेकिन लम्बी प्रश्नावली अपूर्ण रहती है ।
( 4 ) प्रश्नों का उत्तर देने वाले कभी - कभी लापरवाही दिखाते हैं जिससे सही निष्कर्ष नहीं निकल पाते हैं ।
( 5 ) कभी - कभी बालक कठिन प्रश्नों को न समझ पाने के कारण उत्तर नहीं दे पाते हैं ।
अगर आपको अन्य विधियों के बारे में जानकारी प्राप्त करनी है तो अपना फीडबैक कॉमेंट करके दे।
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